शिवपुराण का यह संकटनाशक शिव मंत्र कई लोगों को नहीं है पता
- शाम को स्नान के बाद यथासंभव सफेद वस्त्र पहन शिवालय में गाय के दूध मिले पवित्र जल में अक्षत, तिल व सफेद चंदन मिलाकर नीचे लिखें मंत्र से शिवलिंग पर जलधारा अर्पित कर चंदन, बिल्वपत्र, फूल, जनेऊ व दूध या मावे की मिठाई का भोग लगाकर शिव की धूप, दीप, कर्पूर आरती कर कष्टों से छुटकारे या संकटमुक्त जीवन की कामना करें -
ऊँ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरु कुरु शिवाय नम: ऊँ
- शिवलिंग पर चढ़ाए जल को चरणामृत रूप में ग्रहण करें व थोड़ा जल लाकर घर के हर कोने में छिड़कें।
- इस मंत्र का रुद्राक्ष की माला से यथाशक्ति जप भी मनोरथसिद्धि करने वाला होता है।
- शाम को स्नान के बाद यथासंभव सफेद वस्त्र पहन शिवालय में गाय के दूध मिले पवित्र जल में अक्षत, तिल व सफेद चंदन मिलाकर नीचे लिखें मंत्र से शिवलिंग पर जलधारा अर्पित कर चंदन, बिल्वपत्र, फूल, जनेऊ व दूध या मावे की मिठाई का भोग लगाकर शिव की धूप, दीप, कर्पूर आरती कर कष्टों से छुटकारे या संकटमुक्त जीवन की कामना करें -
ऊँ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरु कुरु शिवाय नम: ऊँ
- शिवलिंग पर चढ़ाए जल को चरणामृत रूप में ग्रहण करें व थोड़ा जल लाकर घर के हर कोने में छिड़कें।
- इस मंत्र का रुद्राक्ष की माला से यथाशक्ति जप भी मनोरथसिद्धि करने वाला होता है।
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