रुद्राक्ष की माला
रुद्राक्ष की माला
रुद्राक्ष की माला अष्टोत्तर शत अर्थात 108 रुद्राक्षों की या 52 रुद्राक्षों की होनी चाहिए अथवा सत्ताईस दाने की तो अवश्य हो इस संख्या में इन रुद्राक्ष मनकों को पहना विशेष फलदायी माना गया है. शिव भगवान का
पूजन एवं मंत्र जाप
रुद्राक्ष की
माला से करना बहुत प्रभावी माना गया है तथा साथ ही साथ अलग-अलग रुद्राक्ष के दानों की माला से जाप या पूजन करने से विभिन्न इच्छाओं की पूर्ति होती है.
माला में
रुद्राक्ष की संख्या |
माला में
रुद्राक्ष के मनकों की संख्या उसके महत्व का परिचय देती है.
भिन्न-भिन्न संख्या मे पहनी जाने वाली रुद्राक्ष की माला निम्न
प्रकार से फल प्रदान करने में सहायक
होती है जो इस प्रकार है-
रुद्राक्ष के सौ
मनकों की माला धारण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
रुद्राक्ष के एक
सौ आठ मनकों को धारण करने से समस्त कार्यों में सफलता प्राप्त होती है. इस माला को धारण करने वाला अपनी पीढ़ियों का
उद्घार करता है
रुद्राक्ष के एक
सौ चालीस मनकों की माला धारण करने से साहस, पराक्रम और उत्तम
स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है.
रुद्राक्ष के
बत्तीस दानों की माला धारण करने से धन, संपत्ति एवं आय
में वृद्धि होती है.
रुद्राक्ष के 26
मनकों की माला को
सर पर धारण करना चाहिए
रुद्राक्ष के 50
दानों की माला
कंठ में धारण करना शुभ होता है.
रुद्राक्ष के
पंद्रह मनकों की माला मंत्र जप तंत्र सिद्धि जैसे कार्यों के लिए उपयोगी होती है.
रुद्राक्ष के
सोलह मनकों की माला को हाथों में धारण करना चाहिए.
रुद्राक्ष के
बारह दानों को मणिबंध में धारण करना शुभदायक होता है.
रुद्राक्ष के 108,
50 और 27 दानों की माला
धारण करने या जाप करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
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